Wednesday 15 January 2014


कैट में इंजिनियरिंग के छात्र अव्वल,परिणाम प्रभावित

जयपुर,16 जनवरी हिस! आईआईएम समेत देष के प्रमुख मैनजमेंट संस्थानो में दाखिले  के लिए आयोजित काॅमन एडमिषन टेस्ट कैट के रिजल्ट मंे इस बार इंजिनियरिंग के स्टूडेंन्ट्स ने षीर्ष स्थान पर बाजी मारी। शीर्ष स्थान पाने वाले आठों छात्र इंजीनियरिंग  क्षेत्र से है। हालांकि पिछले  साल के मुकाबले इस साल कैट का परिणाम घटा है।  पिछले साल 100 पर्सेटाइल के साथ दस छात्रों ने शीर्ष स्थान हासिल किया था। इस दफा संख्या आठ तक सिमट गई है। कैट के परिणाम  में इस बार  लड़कियां भी पिछडती नजर आईं, केवल एक ही छात्रा 99ण्99 पर्सेटाइल हासिल कर शीर्ष 18 में जगह बना पाई है।  लेकिन जयपुर से इस बार 99 पर्सेंटाइल वाले स्टूडेंट्स की संख्या मेे इजाफा हुआ है।
 कैट के संयोजक रोहित कपूर ने बताया कि परिणाम में काफी बदलाव देखने को मिले। लड़कियों से बेहतर परिणाम की उम्मीद थी। इसके अलावा शीर्ष स्थान वालों की संख्या में इजाफा होने का भी अनुमान लगाया जा रहा था।
गौरतलब है कि कैट 2013 परीक्षा 16 अक्तूबर से 11 नवंबर 2013 के बीच देश के 40 शहरों में 76 केंद्रों पर आयोजित की गई थी

बी.स्कूलों में दाखिला महंगारू सर्वे
हाल ही में कराये गए एक आॅनलाइन सर्वे में सामने आया है कि बिजनेस स्कूलों में दाखिला चाहने वाले छात्रों का मानना है कि एमबीए और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट ;पीजीडीएमद्ध जैसे पाठय़क्रमों में दाखिले की प्रक्रिया बेहद जटिल और खर्चीली है। इन्हीं छात्रों ने काॅमन एडमिशन टेस्ट ;कैटद्ध को ष्षीर्ष 10 प्रवेश परीक्षाओं में सबसे लोकप्रिय बताया और कहा कि प्लेसमेंट रिकॉर्ड के आधार पर वे पसंदीदा बी.स्कूलों का चुनाव करते हैं। एमबीएयूनीवर्स डॉट कॉम द्वारा कैट के 445 अभ्यर्थियों के बीच नवंबर में किए गए इस ऑनलाइन सर्वेक्षण में 60 फीसदी अभ्यर्थियों ने कहा कि एमबीए के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं की संख्या जरूरत से ज्यादा है। जबकि  75 फीसदी का मानना है कि प्रबंधन शिक्षा की निगरानी के लिए एक नियामक होना चाहिए।
  मनीष षुक्ला



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